11-29-2016, 11:46 AM
६४ ऋध्दियां प्राकृत भाषा में व उनका हिंदी में अर्थ :-
णमो जिणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्होने क्रोध मान माया और लोभ को जीत लिया है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो ओहि जिणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हे अवधि ज्ञान प्राप्त है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो परमोहि जिणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हे परमावधि ज्ञान प्राप्त है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो सव्वोहि जिणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हे सर्वावधि ज्ञान प्राप्त है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो अणंतोहि जिणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिनकी मर्यादा अनन्त है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो विउल मदीणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हें विपुलमती मनःपर्यय ज्ञान है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो विज्जाहराणं - - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हैं अनेक विद्याएँ प्राप्त हों , उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो आगास गामीणं- ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हैं आकाशगामी ऋद्धि प्राप्त हो , उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो पण्ण समणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हैं सम्यक् प्रज्ञा प्राप्त हुई हो , उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो घोर गुणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जो उत्कृष्ट गुणों के धारी हैं, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो वड्ढमाणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिनका ज्ञान बढ़ता हुआ है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो विउव्वइड्ढि पत्ताणं - - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हैं विक्रिया की ऋद्धियां प्राप्त है , उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो चारणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हैं चारण ऋद्धियां प्राप्त है , उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
शेष सलग्न फाइल में
णमो जिणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्होने क्रोध मान माया और लोभ को जीत लिया है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो ओहि जिणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हे अवधि ज्ञान प्राप्त है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो परमोहि जिणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हे परमावधि ज्ञान प्राप्त है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो सव्वोहि जिणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हे सर्वावधि ज्ञान प्राप्त है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो अणंतोहि जिणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिनकी मर्यादा अनन्त है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो विउल मदीणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हें विपुलमती मनःपर्यय ज्ञान है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो विज्जाहराणं - - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हैं अनेक विद्याएँ प्राप्त हों , उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो आगास गामीणं- ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हैं आकाशगामी ऋद्धि प्राप्त हो , उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो पण्ण समणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हैं सम्यक् प्रज्ञा प्राप्त हुई हो , उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो घोर गुणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जो उत्कृष्ट गुणों के धारी हैं, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो वड्ढमाणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिनका ज्ञान बढ़ता हुआ है, उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो विउव्वइड्ढि पत्ताणं - - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हैं विक्रिया की ऋद्धियां प्राप्त है , उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
णमो चारणाणं - ऐसे ऋधिधारी मुनिराज जिन्हैं चारण ऋद्धियां प्राप्त है , उन्हें मेरा प्रमाण होवे ।
शेष सलग्न फाइल में