रेतीमाल और कांक्रीट के घटकतत्व
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रेतीमाल और कांक्रीट के घटकतत्व
Taken from : Ambuja Technical  Literature Series -23

१.० प्रस्तावना

कांक्रीट या सीमेंट का मसाला (सीमेंट मॉस्टर) तैयार करने के लिये सीमेंट, पानी, रेती और खड़ी और कई बार केमिकल मिश्रण का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिये अच्छी क्वालिटी की रेती और खडी हासिल करना अर्थपूर्ण है।

कांक्रीट या सीमेंट के मसाले में (सीमेंट मॉस्टर) रेती, खड़ी (जाडी/बारीक या पतली) का मुख्य योगदान होता हैं। रेली/खड़ी के कण सीमेंट पानी के पेस्ट में मिल कर चिपचिपा होते हैं। खड़ी के दो प्रकार होते हैं। बड़ी खड़ी जो कांक्रीट का मुख्य अंग होती है। रेती और बारीक (फाइन) खड़ी कांक्रीट के बड़ी खड़ी भीतरी और आजूबाजू में जाकर फिट बैठती है । सीमेंट पानी से यह पूरा मसाला इकट्ठा होता है और इसका मजबूत धन पदार्थ बनता है जिसे कांक्रीट कहते हैं ।

अच्छी क्वालिटी को सही प्रमाणित सीमेंट हमेशा मिलती हैं। लेकिन अच्छी या सही क्वालिटी की खड़ी (जाडी/पतलीया बारीक) और साफ सुथरी रेली के लिये आम तौर पर सप्लायर के ऊपर निर्भर होना पड़ता है। इसका उत्तरदायित्व या जिम्मेदारी साईट पर के इंजीनियर और सुपरवाइझर पर आता है। क्योंकि खड़ी (जाडी/बारीक) और साफ सुथरी रेती का प्रभाव अच्छे कांक्रीट या सीमेंट मसाला (सीमेंट मॉर्टर) बनाने पर होता है। कांक्रीट पानी की मात्रा के प्रभाव से उसकी ताकत, घनापन, स्थिरता, भेदता, सरफेस फिनिश और उसका रंग जब वो घना होता है।

घटकत्त्व के प्रकार

आमतौर पर खड़ी का वर्गीकरण दो हिस्सो में किया जाता है। जैसे कि नैसर्गिक और कारखाने में या क्रशर से तैयार की गई या अनैसर्गिक । नैसर्गिक खड़ी एक तो खदान से खुदाई करके निकाली जाती है, या नदी या खाडी या समुंदर से निकाली जाती हैं। 


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