08-05-2014, 10:03 AM
Vastu tips for Basement:-
1. it should be either rectangle or square and it should not be triangle or p entangle.
2. Gate and staircase of basement should not face north direction they should face east direction.
3.वास्तु शास्त्र के अनुसार आवासीय भवन में बेसमैंट नहीं बनाना चाहिए। यदि बनाना आवश्यक हो, तो पश्चिम और दक्षिण दिशा छोड़कर उत्तर और पूर्व दिशा में ही बनाना उचित है।
4.यदि भूखंड पर व्यावसायिक और आवासीय दोनों दृष्टि से निर्माण करना हो, तो बेसमैंट का निर्माण पूर्व, उत्तर या ईशान कोण के क्षेत्र में करें। व्यावसायिक भवनों के नीचे पूरे आकार पर बेसमैंट बनाया जा सकता है।
5. किसी भी कारण से बेसमैंट में निवास स्थान न बनाएं।
6. बेसमैंट के उत्तर, पूर्व या ईशान कोण के क्षेत्र को जलीय स्रोतों के रूप में जैसे बोरिंग या जल भंडारण आदि के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
7.बेसमैंट की छत की ऊंचाई भूतल की छत की ऊंचाई से ऊंची नहीं होनी चाहिए।
8.बेसमैंट में हल्के रंगों का प्रयोग करें।
9.बेसमैंट में ऊर्जा का बहाव अवरुद्ध होने से रहवासी प्राय: सुस्त व चिड़चिड़े स्वभाव के होते हैं।
10.बेसमैंट से भवन के नीचे एक खोखलेपन का एहसास रहता है। वहीं ठोस धरातल व्यक्ति की सोच, जीवन और विचारधारा में परिपक्वता देता है।
1. it should be either rectangle or square and it should not be triangle or p entangle.
2. Gate and staircase of basement should not face north direction they should face east direction.
3.वास्तु शास्त्र के अनुसार आवासीय भवन में बेसमैंट नहीं बनाना चाहिए। यदि बनाना आवश्यक हो, तो पश्चिम और दक्षिण दिशा छोड़कर उत्तर और पूर्व दिशा में ही बनाना उचित है।
4.यदि भूखंड पर व्यावसायिक और आवासीय दोनों दृष्टि से निर्माण करना हो, तो बेसमैंट का निर्माण पूर्व, उत्तर या ईशान कोण के क्षेत्र में करें। व्यावसायिक भवनों के नीचे पूरे आकार पर बेसमैंट बनाया जा सकता है।
5. किसी भी कारण से बेसमैंट में निवास स्थान न बनाएं।
6. बेसमैंट के उत्तर, पूर्व या ईशान कोण के क्षेत्र को जलीय स्रोतों के रूप में जैसे बोरिंग या जल भंडारण आदि के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
7.बेसमैंट की छत की ऊंचाई भूतल की छत की ऊंचाई से ऊंची नहीं होनी चाहिए।
8.बेसमैंट में हल्के रंगों का प्रयोग करें।
9.बेसमैंट में ऊर्जा का बहाव अवरुद्ध होने से रहवासी प्राय: सुस्त व चिड़चिड़े स्वभाव के होते हैं।
10.बेसमैंट से भवन के नीचे एक खोखलेपन का एहसास रहता है। वहीं ठोस धरातल व्यक्ति की सोच, जीवन और विचारधारा में परिपक्वता देता है।