02-18-2015, 07:27 AM
श्रावक के छ्ह आवश्यक कर्तव्य :-
1. जिनेन्द्र देव की आराधना 2. गुरु के समीप विनय 3. धर्मात्मा लोगों पर प्रेम 4. सत्पात्रों को दान 5. विपत्तिग्रस्त लोगो पर करुना बुद्धि से दुःख दूर करना 6. तत्वों का अभ्यास अपने व्रतों में लींन होना और निर्मल सम्यग्दर्शन का होना यही गृहस्थ धर्म है
1. जिनेन्द्र देव की आराधना 2. गुरु के समीप विनय 3. धर्मात्मा लोगों पर प्रेम 4. सत्पात्रों को दान 5. विपत्तिग्रस्त लोगो पर करुना बुद्धि से दुःख दूर करना 6. तत्वों का अभ्यास अपने व्रतों में लींन होना और निर्मल सम्यग्दर्शन का होना यही गृहस्थ धर्म है