English translation with original Hindi content of Regulation No. 10.3.2 Guidelines for construction of Multi-storeyed Buildings of the Jaipur building bye laws 2020
(i) Multi-storey buildings will be permitted only on plots with a minimum area of 750 square meters and a minimum 18 meter wide road.
(i) बहुमंजिला भवन न्यूनतम 750 वर्गमीटर क्षेत्रफल के भूखण्ड एवं न्यूनतम 18 मीटर चौड़ी सड़क होने पर ही अनुज्ञेय होगें।
(ii) In case of proposed multi-storey buildings, provisions for lifts, staircases, fire extinguishing systems, and refuge areas shall be made in accordance with the prevailing National Building Code. For all multi-storey buildings of 24 meters and above, provision for refuge area shall be mandatory as follows –
(ii) बहु मंजिले भवन प्रस्तावित किये जाने पर भवन मे लिफ्ट, सीढीयो, अग्नि शमन एवं शरण क्षेत्र (Refuge Area)आदि का प्रावधान प्रचलित नेशनल बिल्डिंग कोड के अनुसार करने होंगे। 24 मी. एवं इससे अधिक के समस्त बहुमंजिला भवनों में शरण क्षेत्र (Refuge Area) का निम्नानुसार प्रावधान किया जाना अनिवार्य होगा-
(a) 10% of the relevant floor area or a minimum of 15 square meters.
(अ) संबंधित तल क्षेत्रफल का 10 प्रतिशत अथवा न्यूनतम 15 वर्गमीटर ।
(b) One refuge area on the floor immediately above 24 meters in buildings up to 39 meters in height.
(ब) 24 मी. एवं उससे अधिक 39 मी. तक भवन ऊँचाई पर 24 मी. से ऊपर वाली मंजिल (Floor Immediately above 24 Mir) पर एक शरण क्षेत्रा
(c) One refuge area on the floor immediately above 39 meters in height in buildings over 39 meters in height, and an additional refuge area on every 15 meters of height above that.
(स) 39 मी. से अधिक भवन ऊँचाई पर 39 मी. से ऊपर वाली मंजिल (Floor Immediately above 39 Mtr) पर एक शरण क्षेत्र तथा उससे ऊपर ऊँचाई होने पर प्रत्येक 15 मी. ऊँचाई पर एक अतिरिक्त शरण क्षेत्र।
(d) In the case of multi-storey residential buildings with double-height terraces (open on two or more sides) or open balconies (open on at least three sides), a separate refuge area will not be required.
(द) बहुमंजिला आवासीय भवनों में यदि डबल हाईट टेरेस (दो और से खुली) अथवा खुली बालकनी (न्यूनतम तीन ओर से खुली) होने पर पृथक से शरण क्षेत्र की आवश्यकता नहीं होगी।
Note: If more than one building block is connected to the same shelter area, then separate shelter area will not be required for each building, but a minimum area of 10% of the floor area must be kept for the shelter area.
नोट: यदि एक से अधिक बिल्डिंग ब्लॉक को एक ही शरण क्षेत्र जोड़ता है तो प्रत्येक बिल्डिंग के लिए पृथक-पृथक शरण क्षेत्र की आवश्यकता नहीं होगी तथापि शरण क्षेत्र का न्यूनतम क्षेत्रफल तल क्षेत्रफल Floor Area) का 10 प्रतिशत रखा जाना अनिवार्य होगा।
(iii) In multi-storey buildings, as per Table-4 of regulation 10.7(i), setback provisions for front, side and rear setbanks shall be mandatory according to the height/width of the building.
(iii) बहु मंजिले भवनों में भवन की ऊँचाई / सड़क की चौड़ाई के अनुसार अग्र, पार्श्व एवं पीछे के सैटबैंक विनियम संख्या 10.7(i) की तालिका-4 के अनुसार छोड़ना अनिवार्य होगा।
(iv) For fire protection in multi-storey buildings, provision for stairs on the external surface of the building must be made as per the National Building Code, but in buildings with a maximum height of 30 meters and where the total built-up area of each unit (building block) at the base is less than 500 square meters, stairs for fire protection can be provided as ordinary stairs.
(iv) बहु मंजिला भवनों में आग से बचाव हेतु सीढ़ियों जो भवन की बाहरी सतह पर हो का प्रावधान पृथक से नेशनल बिल्डिंग कोड के अनुसार करना होगा, परन्तु अधिकतम 30 मीटर ऊँचाई के भवनों में प्रत्येक भवन इकाई (बिल्डिंग ब्लॉक) के तल का सकल निर्मित क्षेत्र 500 वर्गमीटर से कम है तो आग से बचाव हेतु सीढीयों को सामान्य सीढीयों के रूप में काम में लिया जा सकता है।
(v) Pressurized staircases will be allowed for fire safety in multistory buildings intended for uses other than residential, excluding residential buildings.
(vi) To ensure a constant supply of water for fire safety at all times, two tanks with sufficient capacity of the building should be constructed. One of these tanks will be connected to the fire suppression system. The other tank will be used for the water supply of the occupants of the building, and a 30-centimeter pipe will be connected from the cover of the fire suppression tank to fill it. No other connection will be made for the water supply of the building’s occupants, so it can be ensured that the fire suppression tank is always filled.
(vii) A minimum of 3.50-meter wide secure corridor without any obstruction and in the direction of the building is mandatory for the operation of fire trucks. No parking or construction of any kind will be allowed in these corridors. If a 4.50-meter wide ramp is constructed on the side and setback at the rear, which is not covered in any way and has unobstructed access to entry/exit, it can be considered a corridor for fire truck access.
(viii) Any kind of projection must be given at an elevation of 4.50 meters above ground level, but for the operation of the fire truck, a corridor of 3.60 meters wide is required, which should be designed without any obstructions or protrusions.
(v) आवासीय उपयोग के भवनों को छोड़कर अन्य उपयोग हेतु प्रस्तातिव बहुमंजिला भवनों में आग से बचाव हेतु (Pressurized) सीढीया अनुज्ञेय होगी।
(vi) आग से बचाव हेतु हर समय पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भवन के छ समुचित क्षमता के दो टैंक बनाये जायेंगे। इसमें से एक टैंक अग्निशमन व्यवस्था के पाइए प्रणाली से जुड़ा होगा। दूसरा टैंक भवन के निवासकर्ताओं के लिये पानी की आपूर्ति के बनाया जायेगा एवं इस टैंक को भरने हेतु अग्निशमन टैंक के ढक्कन के 30 सेंटीमीटर नी पाइप इस टैंक में जोड़ा जायेगा। भवन के निवासकर्ताओं के लिए बनाये जाने वाले इस टै पानी की आपूर्ति हेतु अन्य कोई कनेक्शन नहीं रखा जायेगा, जिससे यह सुनिश्चित किया सकेगा कि अग्निशमन हेतु टैंक हमेशा भरा रहे।
(Vii) अग्निश्मन वाहन के संचालन हेतु न्यूनतम 3.50 मीटर चौडा सुरक्षित गलियारा भवन के और बिना अवरोध छोड़ा जाना अनिवार्य होगा। ऐसे गलियारों में किसी प्रकार की पार्किंग अस् निर्माण आदि अनुज्ञेय नहीं होगा एवं यदि 4.50 मीटर चौडा रेंम्प पार्श्व व पीछे सैटबैक में बन जाता है, जो कि किसी भी तरह से ढका हुआ ना हो एवं प्रवेश व बाहर (Entry / Exit) जाने बिना अवरोध उपलब्ध हो तो उसे अग्निश्मन वाहन के आवागमन हेतु गलियारा माना जा सकता है। (VIII) किसी भी प्रकार का प्रोजेक्षन भूमि तल से 4.50 मीटर ऊँचाई पर देय होगा, लेकिन य अग्निश्मन वाहन की संचालन हेतु 3.60 मीटर चौडा गलियारा प्रोजेक्षन के उपरान्त प्रस्तावित किया जाता है तो 4.50 मीटर की ऊँचाई की बाध्यता नहीं होगी।
(ix) After the release of the approved building map for buildings higher than 30.0 meters, all necessary documents related to the structural design, including the government-level design maps, will be presented to the municipal corporation by the concerned agencies such as IIT, NIT, or state government-registered technical experts in accordance with regulations 19 and 20, within a maximum period of 90 days, verified by construction safety measures.
(ix) 30.0 मीटर से अधिक ऊँचाई के भवने में अनुमोदित भवन मानचित्र जारी करने के पश्चात अधिकतम 90 दिवस की अवधि में संरचनात्मक सुरक्षा के उपायों से संबंधित समस्त दस्तावेजो मय मानचित्रों को राजकीय स्तर डिजाईन मानचित्रों स्ट्रक्चरल डिजाईन के संस्थानों यथा आईआईटी एनआईटी/राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय राज्य सरकार द्वारा अथवा विनियम-19 व 20 के अनुसार पंजीकृत तकनीकीविज्ञ से प्रमाणित करवाकर आवश्यक रूप से नगरीय निकाय मे प्रस्तुत की जानी होगी।
(x) For expected services in the building such as proposed water distribution systems, sewage systems, electricity services, and ventilation services, two sets of maps related to these services that have been certified by registered architects of the Council of Architecture and structural engineers of the project will be submitted to the competent officer. These maps must be made available within a maximum period of 90 days after obtaining approval from the competent officer for the construction of multi-story buildings.
(x) भवन में अपेक्षित सेवाओं यथा प्रस्तावित जल वितरण प्रणाली, जल मल निकासी प्रणाली, विद्युत सेवाऐं, वातानुकूल सेवाएँ आदि से संबंधित मानचित्रों के दो सैट जो कि आवेदित परियोजना की डिजाईन व निर्माण की क्रियान्विति हेतु अनुबंधित किये गये काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर से रजिस्टर्ड आर्किटेक्ट एवं परियोजना के स्ट्रक्चरल इंजीनियर से ही प्रमाणित किये हुये हो, सक्षम अधिकारी को प्रस्तुत करने होगे। उक्त मानचित्र बहुमंजिला भवनों में सक्षम अधिकारी से निर्माण स्वीकृति प्राप्त करने के पश्चात् अधिकतम 90 दिवस की अवधि में उपलब्ध करवाया जाना आवश्यक होगा।
(xi) As per the provisions of NBC, fire safety arrangements will be necessary for multi-story buildings, and the responsibility for the same will lie with the developer. Before issuing a certificate of occupation, fire safety certificates must be provided to the municipal corporation after completion of the building.
(xi) बहुमंजिला भवनों में अग्निशमन संबंधित प्रावधान एन.बी.सी. के अनुसार रखे जाने आवश्यक होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी विकासकर्ता की होगी। भवन निर्माण पूर्ण हो जाने के पश्चात अधिवास प्रमाण-पत्र जारी करने से पूर्व अग्निशमन अनापत्ति प्रमाण- पत्र प्रस्तुत करना होगा। (xii) राज्य के नगरीय क्षेत्रों में अग्निश्मन की सुविधा उपलब्ध कराने/ सुदृढीकरण की दृष्टि से राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में समयसमय पर जारी आदेश के अनुरूप नियमानुसार शुल्क देय होंगे।
10.4. Provision for Buildings in Special Areas
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JDA BUILDING BYE LAWS 2020.pdf
Latest Amendment in Rajasthan Building Bye Laws 29 Nov 2022-fd.pdf
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