English translation with original Hindi content of Regulation 21.6 Regarding the determination of the use of proposed commercial land in the master plans of the Jaipur building bye laws 2020
21 Special Provision
21(6). Regarding the determination of the use of proposed commercial land in the master plans:
6. मास्टर प्लानों में प्रस्तावित व्यवसायिक भू-पट्टी के उपयोग निर्धारण के संबंध में:-
The maximum width to depth ratio of a commercial/mixed-use road will be one and a half times or up to the limit of single property, whichever is less. However,
व्यवसायिक/मिश्रित उपयोग सड़क की चौड़ाई का अधिकतम डेढ़ गुणा गहराई अथवा एकल संपत्ति तक जो भी कम हो अनुशय होगा। तथापि –
(i) if 60 percent or more of the depth of the proposed land/plot under consideration is used for commercial/mixed-use and the remaining depth of the land/plot falls under other land uses, then in such a situation, the entire proposed land/plot may be allowed for commercial/mixed use and the lease may be issued for the entire land/plot for commercial/mixed use as per the rules, subject to payment of conversion charges and other charges, and construction of the building may be approved.
(i) उपरोक्तानुसार यदि आवेदित भूमि / भू-खण्ड की गहराई का 60 प्रतिशत या इससे अधिक व्यवसायिक/मिश्रित उपयोग के अंतर्गत आता है तथा भूखण्ड की शेष गहराई अन्य भू- उपयोग के अंतर्गत आती है तो ऐसी स्थिति में सम्पूर्ण आवेदित भूमि / भू-खण्ड का उपयोग व्यवसायिक/मिश्रित अनुज्ञेय किया जा कर तदानुसार सम्पूर्ण भू-खण्ड का पट्टा व्यवसायिक/अनुज्ञेय मिश्रित उपयोग हेतु नियमानुसार सम्पूर्ण भू-खण्ड हेतु व्यवसायिक रूपान्तरण व अन्य शुल्क लेते हुये पट्टा जारी करने एवं भवन निर्माण स्वीकृत करने की कार्यवाही की जा सकेगी।
Example: If the area of the land is 1500 square meters (measured as 30 m x 50 m) and if the land is situated on a 24-meter wide road, then if the width of the road is multiplied by the depth of 36 meters, then the area will be 1080 sq.meters (more than 60 percent) under the commercial/mixed land use shown in the master plan. In such a situation, the entire land (measured as 30 m x 50 m) can be leased for commercial/mixed use and the lease can be issued for the entire land (1500 sq.meters) by taking the applicable fees for commercial use of the entire land and issuing approval for building construction accordingly.
उदाहरणार्थ: यदि भू-खण्ड का क्षेत्रफल 1500 वर्गमीटर (माप- 30 मी. X 50 मी.) है एवं भूखण्ड 24 मीटर चौड़ी सड़क पर स्थित हो तो सड़क की चौड़ाई का डेट गुणा अर्थात 36 मीटर गहराई अनुसार 1080 व.मी. क्षेत्रफल ( 60 प्रतिशत से अधिक) मास्टर प्लान में दर्शित व्यवसायिक/मिश्रित भू उपयोग में है तो ऐसी स्थिति में सम्पूर्ण भू-खण्ड (माप- 30 मी. X 50 मी.) का व्यवसायिक / मिश्रित उपयोग हेतु पट्टा (1500 वर्गमीटर) जारी किया जा सकेगा एवं संपूर्ण भूखण्ड पर व्यावसायिक उपयोग हेतु देय शुल्क लिया जाकर एवं तदानुसार भवन निर्माण स्वीकृति जारी की जा सकेगी।
(ii) If less than 60% of the total area of the applied land/plot is being used for commercial/mixed land use and the remaining portion is being used for residential use, then in such a situation, the entire land/plot will be considered as mixed-use (commercial/mixed and less residential/institutional) and accordingly, approval for lease/building construction can be granted. However, for the portion of the land that is being used for commercial/mixed use, conversion to commercial use and other fees will be applicable, and for the portion being used for residential use, residential conversion and other fees will be applicable. The maximum permissible commercial FAR in the proposed DPR will also be allowed in the above ratio for building plan approval, and the residential FAR will be allowed in the ratio of residential use of the land/plot. For such plots, the proportion of commercial/mixed and residential portions will be mentioned in the issued lease deed, and it will also be mentioned in the site plan.
(ii) यदि आवेदित भूमि / भू-खण्ड के कुल क्षेत्रफल का 60 प्रतिशत से कम भाग व्यवसायिक/मिश्रित भू-उपयोग में तथा शेष भाग आवासीय उपयोग में आ रहा हो तो ऐसी स्थिति में सम्पूर्ण भू-खण्ड को मिश्रित उपयोग (व्यवसायिक/मिश्रित कम आवासीय/ संस्थागत) का भू-खण्ड़ माना जावेगा तथा तदानुसार पट्टा/भवन निर्माण स्वीकृति दी जा सकेगी। तथापि भू-खण्ड का जितना प्रतिशत भाग व्यवसायिक/मिश्रित उपयोग में है उतने भाग पर व्यवसायिक रूपान्तरण व अन्य शुल्क देय होगें तथा जितना भाग आवासीय उपयोग में है उस भाग पर आवासीय रूपान्तरण व अन्य शुल्क देय होगें। भवन मानचित्र स्वीकृति में भी कुल प्रस्तावित बी.ए.आर. में उपरोक्त अनुपात में अधिकतम व्यवसायिक बी.ए.आर. अनुज्ञेय किया जा सकेगा तथा भू-खण्ड के आवासीय उपयोग के अनुपात में आवासीय बी.ए.आर. अनुज्ञेय किया जा सकेगा। ऐसे भूखण्डों हेतु जारी लीजडीड में व्यवसायिक/मिश्रित तथा आवासीय भाग का अनुपात का उल्लेख किया जावेगा तथा साईट प्लान में भी उल्लेख किया जावेगा।
Example: If the area of a plot of land is 2400 square meters (measured as 30 meters by 80 meters) and the plot is situated on a 24-meter wide road, then according to the depth of the road which is one and a half times the width of the road, 45% of the plot’s area (less than 60%) or 1080 square meters can be used for commercial/mixed use and the remaining 55% can be used for residential/institutional use after paying the prescribed fees for mixed use. The percentage of mixed use on the lease and site plan must be mentioned accordingly. If the maximum 45% of the proposed construction area is eligible for commercial use, then 45% or 2160 square meters will be charged the commercial rate of B.A.R. 20 and 55% or 2640 square meters will be charged the residential/institutional rate without any betterment levy. If more than the standard B.A.R. is proposed, then the betterment levy will be charged according to the use proposed in excess of the standard B.A.R. The applicant can also opt for commercial use less than 45% of the total construction area.
उदाहरणार्थ: यदि भू-खण्ड का क्षेत्रफल 2400 वर्गमीटर (माप-30 मी. X 80 मी.) हैं भूखण्ड 24 मीटर चौडी सडक पर स्थित हों तो सड़क की चौडाई का डेढ गुणा अर्थात 36 मीटर गहराई अनुसार 45 प्रतिशत भाग ( 60 प्रतिशत से कम भाग) अर्थात 1080 वर्गमीटर व्यवसायिक/मिश्रित है तो सम्पूर्ण भू-खण्ड पर मिश्रित उपयोग (व्यवसायिक / मिश्रित कम आवासीय) के उपरोक्तानुसार प्रावधान लागू होगें तथा भूखण्ड के 45 प्रतिशत क्षेत्रफल पर व्यावसायिक उपयोग तथा 55प्रतिशत भाग पर आवासीय/ संस्थागत उपयोग हेतु देय शुल्क लिया जाकर मिश्रित उपयोग का पट्टा जारी किया जा सकेगा। तदानुसार पट्टे एवं साइट प्लान पर मिश्रित उपयोगों के प्रतिशत का उल्लेख किया जाना होगा। कुल प्रस्तावित निर्मित क्षेत्र का अधिकतम 45 प्रतिशत ही व्यावसायिक उपयोग देय होने पर व्यावसायिक मानक बी. ए. आर. 20 के अनुसार 45 प्रतिशत अर्थात 2160 व.मी. बी. ए. आर. व्यावसायिक हेतु तथा 55 प्रतिशत अर्थात 2640 व.मी. बी.ए.आर. आवासीय/संस्थागत उपयोग हेतु बिना बेटरमेंट लेवी देय होगा। यदि मानक से अधिक बी. ए. आर. प्रस्तावित किया जाता है तो उक्त मानक बी.ए.आर. से अधिक बी.ए.आर. जिस उपयोग में प्रस्तावित किया गया है, उस उपयोग के अनुसार बेटरमेंट लेवी देय होगी। आवेदक व्यावसायिक उपयोग कुल निर्मित क्षेत्र के अधिकतम 45 प्रतिशत से कम भी ले सकेगा।
Note: If the width of the road located in the pages/sides of such land parcel is less than 12 meters, then the exit of the building towards such road will not be permitted. The above provisions will also apply to the pattas issued earlier on Sector Commercial Road / Master Plan Mix Land Use roads.
नोट: यदि इस प्रकार के भू-खण्ड के पृष्ठ / पार्श्व में स्थित सड़क की चौड़ाई 12 मीटर से कम है तो ऐसी सड़क की ओर भवन का निकास अनुज्ञेय नहीं होगा। उक्त प्रावधान सेक्टर कॉमशियल रोड / मास्टर प्लान मिक्स लेण्ड यूज की सड़कों पर पूर्व में जारी पट्टों पर भी लागू होंगे।
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